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गाडी संचालन पर प्रभाव डालने वाले कारक (FATO)

FATO (Factors affecting Train Operation)

गाड़ी संचालन पर प्रभाव डालने वाले कारक एवं फेटो रजिस्टर (FATO Register ) 


1. प्रत्येक मंडल /रेलवे पर लगातार 24 घंटे यातायात /गाड़ियों का संचालन होता रहता है। रेल को समयपालन एवं सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना होता है, इसके लिए यह जरुरी है कि रेलवे के अंदर उत्तरदायित्व का भी निर्धारण सुनिश्चित किया जाये।

2. रेल संचालन के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अनेको विभाग कार्यरत होते है, जिसमें परिचालन विभाग के पास संचालन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है। यात्री एवं व्यापारी वर्ग के मांग के अनुरूप ट्राफिक विभाग अन्य विभागों से उचित समन्वय की अपेक्षा रखता है। 

3. चुकी गाड़ी / यातायात संचालन किसी एक विभाग का कार्य नहीं है, बल्कि यह एक सामूहिक प्रक्रिया है, जो कि विभिन्न विभागों, मंडलों एवं क्षेत्रीय रेलों के आपसी समन्वय / सहयोग से लगातार चलती रहती है। अलग -अलग स्तरों पर विभिन्न विभाग अपनी - अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते रहते है। अतः सभी विभागों जिम्मेदारी बनती है कि, उनके निर्धारित कार्य समय पर पूर्ण करे एवं सुचारु गाड़ी परिचालन सुनिश्चित हो। 

4. उपरोक्त प्रक्रिया में जहां कही भी जिस किसी भी विभाग से किसी भी प्रकार की त्रुटि /असफलता होती है, उसकी विवेचना, निवारण एवं जिम्मेदारी फिक्स करना सुचारु संचालन के लिये अति आवश्यक प्रक्रिया है। इस सभी कारको की मंडल /रेलवे /बोर्ड स्तर पर दैनिक समीक्षा लगातार की जाती है तथा उन पर निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार निर्णय लिए जाते है ।

5. चूँकि परिचालन विभाग गाड़ी संचालन समन्वय, नियंत्रण एवं नियोजन करता है, अतः उसकी जिम्मेदारी बनती है की बड़े यर्डों जंक्शनों, प्रत्येक मंडल एवं रेलवे मुख्यालय स्तर पर प्रत्येक दिन के 24 घंटो के आधार पर गाड़ी ससंचालन पर प्रभाव डालने वाले कारक को रिकार्ड एवं रिपोर्ट किया जाए। 

6. इसके लिये यार्डों / जंक्शनों, प्रत्येक मंडल नियंत्रण कार्यालय में एक FATO रजिस्टर रखा जाता है, जिसे परिचालन विभाग व्दारा भरा जाता है, जिसमे स्वयं के विभाग के व्दारा या रेल के अन्य किसी भी विभाग के व्दारा होने वाली विफलता को दर्शाया जाता है, जिसे FATO कहते है। 

7. इस रजिस्टर में पिछले दिन के 00 : 00 घंटे से लेकर 24: 00 तक की सभी विफलताओं को विभाग वाइज दर्ज किया जाता है, तथा प्रत्येक दिन के सुबह मुख्यालय को सूचित किया जाता है । विफलताओं के विषलेश्ण के पाश्चात अगले दिन संबंधित विभाग से आवश्यक कार्यवाही की अपेक्षा की जाती है। 

8. FATO रजिस्टर के प्रत्येक विफलता का विभाग के अनुसार Head/Subhead एवं समयवार पूर्ण विवरण रखा जाता है। इसे मेल।/एक्सप्रेस एवं माल गाड़ियों के गाड़ी बार अलग - अलग विलंबन दर्शाये जाते है 

9. मंडल पर विभिन्न अधिकारियो जैसे: DRM, ADRM, SDOM, DOM, AOM, AM, विभिन्न विभागों के शाखा अधिकारियो एवं संबंधित पर्यवेक्षकों CHC CYM SM इत्यादि को भी प्रातः काल ही इसकी प्रति दी जाती है/मेल की जाती है। मंडल स्तर पर DRM /ADRM के नेतृत्व में प्रतिदिन इसकी समीक्षा की जाती है, तथा उचित निर्णय लिए जाते है । 

10. FATO के प्रतिदिन के मासिक आंकड़े विभिन्न हेड एवं सब हेड के अंतर्गत प्रत्येक माह के PCDO /MCDO में विभिन्न तुलनात्मक आंकड़ों के साथ मुख्यालय को भेजे जाते है।

 फेटो रजिस्टर (FATO Register )


1. यह परिचालन विभाग व्दारा भरा जाने वाला एक महत्वपूर्ण रजिस्टर है। इस रजिस्टर में मंडल में चलने वाली गाड़ी का विलम्ब होने के कारण, विलम्ब की अवधि और विलम्ब किस विभाग के व्दारा हुए है उस विभाग का नाम लिखा जाता है। 

2. इसे प्रत्येक शिफ्ट में अलग - अलग बनाकर दिन की समाप्ति अर्थात 24 बजे सभी विफलताओं को विभागानुसार दर्ज कर (FATO में ) अगले दिन सुबह पोजीशन बनाकर मुख्यालय एवं मंडल रेल प्रबंधक सहित सभी अधिकारियों को भेजा जाता है, जिसके आधार पर जिम्मेदारी तय किया जाता है कि विलम्ब किस कारण हुआ है साथ ही आगे विफलता न हो, इसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाती है। 

3. इस रजिस्टर में उस नियंत्रक या मुख्य नियंत्रक व्दारा दर्ज विलंबन एवं महत्वपूर्ण जानकारी को टी.एन.सी. व्दारा कम्प्यूटर से भरा जाता है।

 FATO रजिस्टर को विभागानुसार निम्नलिखित शीर्षकों (हेडो) एवं उप - शीर्षकों (Sub - Head) के अंतर्गत तैयार किया जाता है:

  • AC LOCO विद्युत लोको फेल्युर के उप शीर्षक सांख्यिकी और असंख्यिकी (विद्युत लोको अनियमिततायें) है.
  • DSL LOCO डीजल लोको फेल्युर के उप शीर्षक सांख्यिकी और असंख्यिकी (डीजल लोको अनियमिततायें) है.
  • Non-Availability of CREW AC /DSL - AC /DSL गाड़ियों के कमी दल की अनुपलब्धता के कारण विलंबन।
  • स्टालिंग /Stalling - गाड़ियों के सेक्सन में विभिन्न कारणों से स्टॉल हो जाना / रुक जाना के कारण विलंबन।
  • C & W - गाड़ियों का विभिन्न C & W कारणों से विलम्बित होना
  • सिग्नल / Signal - सिग्नल/ काँटों /अन्य की खराबी के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • संचार / Telecom - संचार की खराबी के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • गाड़ी विद्युत /ETL/AC - गाड़ी विद्युत /AC की खराबी के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • OHE - OHE की खराबी के कारण गाड़ियों क विलंबन
  • ENGG - इंजीनियरिंग /ट्रैक की खराबी के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • CRO /MRO - केटल रनओवर / मेन रन ओवर के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • ACP - गाड़ियों में ACP के कारण विलंबन
  • Staff irregularity - कर्मचारियों की अनियमितताओं के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • परिचालन /Operating - परिचालन विभाग की गलतियों के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • क्लेशिंग / Classing - गाड़ियों के देरी से चलने या अन्य कारणों से दूसरी गाड़ियों का विलंबन
  • दुर्घटना / Accident - दुर्घटनाओं के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • फाटक घटनाए / LC INCEDENT - रेलवे फाटकों पर दुर्घटनाओं के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • सुरक्षा / Security - सुरक्षा में कमी/ भेद के कारण गाड़ियों का विलंबन
  • FOIS N/W FAIL- फोइस नेटवर्क विफलता
  • MISC - अन्य विभिन्न कारण

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