Which INFORMATION do you want? Search Below ↓

मेटेरियल ट्रेन का संचालन

मेटेरियल ट्रेन का संचालन 

मेटेरियल ट्रेन - मेटेरियल ट्रेन का अभिप्राय उस गाड़ी से है जिसका उपयोग केवल या मुख्यतः रेलवे का सामान डी बाँध दी जाएगी जिससे कार्यरत कर्मचारियों को इस बात की जानकारी मिल सके कि गाड़ी कार्य समाप्त करने के बाद वापस पिछले स्टेशन पर लौटेगी। 

  • ब्लाॅक सेक्शन मे  यह गाड़ी प्रस्थान आदेश के साथ रवाना होगी व लोको पायलट इसे इंजन आगे लगा होने पर उसी प्रकार की मालगाड़ी की गति के अनुसार चलाएगा, जब ब्रेकवान आगे  लगा होने के कारण पुशिंग मे  जा रही हो और मौसम साफ व रास्ता सीधा हो तो गार्ड ब्रेकवान मे  रहकर हैंड सिगनल बताएगा व लोको पायलट अधिकतम 25 कि.मी.प्र.घ. की गति से गाड़ी चलाएगा तथा जब दृश्यता साफ न हो या कर्व कटिंग हो या जब आगे ब्रेकवान के अलावा कोई अन्य डिब्बा लगा हो तो अधिकतम 8 कि.मी.प्र.घ. की गति से चलाएगा। 
  • जहाँ स्टेशन पर लीवर काॅलर उपलब्ध कराई गई हो तो स्टेशन मास्टर द्वारा उनका उपयोग किया जाना चाहिए ताकि यह पता चलता रहे कि मेटेरियल ट्रेन ब्लाॅक सेक्शन मे  कार्य कर रही है। जहाँ लीवर काॅलर उपलब्ध नहीं कराई गई हो तो दिखाई देने के लिए ब्लाॅक उपकरण पर ‘मेटेरियल ट्रेन ब्लाॅक सेक्शन मे  है’ संकेतक लगा देने चाहिए। 
  • स्टेशन सीमा के बाहर कार्य सेक्शन इंजीनियर (रेलपथ) या रेलपथ पर्यवेक्षक की अनुमति से होगा। 
  • ब्लाॅक सेक्शन में इस गाड़ी का बचाव नियमानुसार इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों द्वारा ही किया जाएगा। 
  • स्टेशन सीमा के बाहर मेटेरियल ट्रेन को सामान लादने या उतारने के लिए विभाजित नहीं किया जाएगा। 

  • ग्रेडिएन्ट वाले सेक्शन पर मेटेरियल ट्रेन के खड़े होने पर लोको पायलट को एक लम्बी सीटी बजाकर गार्ड का ध्यान आकर्षित करना चाहिए व फिर सभी हैंड ब्रेक लगाने हेतु संकेत देने के लिए तीन छोटी सीटी बजानी चाहिए। हैंड ब्रेक तब तक रिलीज नहीं किए जाने चाहिए जब तक कि लोको पायलट एक लम्बी एक छोटी सीटी द्वारा संकेत न दे। 
  • डबल या सिंगल लाइन पर गाड़ी को अगले स्टेशन पर आगमन सिगनल आॅफ करके लिया जाएगा। यदि सिंगल लाइन पर वापस पिछले स्टेशन पर लौटना हो तो लोको पायलट को गाड़ी प्रथम रोक सिगनल पर रोक देगा वहाँ से उसे आगमन सिगनल आॅफ करके स्टेशन पर लिया जाएगा। लोको पायलट/गार्ड फेसिंग पाॅइन्ट पर गाड़ी रोककर पाॅइन्ट का सही लगा होना सुनिश्चित करने के बाद गाड़ी आगे बढ़ाएगा। नाॅन-इन्टरलाॅक्ड स्टेशन पर गाड़ी को स्टेशन का सक्षम रेल कर्मचारी पाॅइन्ट से पायलट भी करेगा। 
  • गाड़ी स्टेशन आने पर गार्ड यह सुनिश्चित करेगा कि गाड़ी पूरी है, ब्लाॅक सेक्शन मे  कार्य करने के पश्चात् वहाँ किसी प्रकार की रुकावट नहीं रह गई है इसके लिए वह गाड़ी सिगनल रजिस्टर में अपने हस्ताक्षर करके प्रमाणित करेगा तथा लोको पायलट प्रस्थान आदेश के साथ-साथ स्टेशन मास्टर द्वारा जारी मीमो भी स्टेशन मास्टर को वापस लौटा देगा। 
  • वरि.मं.परि.प्रबं./मं.परि.प्रबं. किसी भी मालगाड़ी को मेटेरियल ट्रेन के नियमो  के अन्तर्गत एक बार लोडिंग या अनलोडिंग के लिए ब्लाॅक सेक्शन में अधिकतम 30 मिनट तक रोकने की अनुमति प्रदान कर सकते हैं। 
  • मेटेरियल ट्रेन के शंटिंग कार्य की पूर्ण जवाबदारी गाड़ी के गार्ड की होगी।  मेटेरियल ट्रेन को स्टेबल करना 
  • जहाँ तक संभव हो मेटेरियल ट्रेन को रनिंग लाइन पर स्टेबल नहीं करना चाहिए। असामान्य परिस्थितियों मे  यदि ऐसा करना आवश्यक हो तो इसके लिए कन्ट्रोलर की अनुमति होना आवश्यक है। 
  • जब मेटेरियल ट्रेन को स्टेबल किया जाए तो स्टेशन मास्टर को उसे निम्नानुसार सुरक्षित करना चाहिए - 
  • मेटेरियल ट्रेन के डिब्बे किसी अन्य लाइन के पाॅइन्ट या क्राॅसओवर को फाउल नहीं कर रहे  हैं एवं पूरी तरह सुरक्षित हैं तथा आवश्यक मात्रा मे  हैंड ब्रेक लगा दिए गए हैं तथा गार्ड द्वारा अपने ब्रेकवान के हैंड ब्रेक बाँध दिए गए हैं। 
  • सभी आवश्यक पाॅइन्टो  को जाम लाइन के विरुद्ध दिशा में लगाकर, क्लैम्प या काॅटर बाॅल्ट लगाकर हाथ ताला लगा दिया गया है।
  • उन सभी पाॅइन्टो  की चाबियाँ स्टेशन मास्टर अपने व्यक्तिगत संरक्षण मे  रखेगा। 
  • गार्ड को अपना कार्यभार तब तक नहीं सौंपना चाहिए जब तक कि वह यह पुष्टि न कर ले  कि मेटेरियल ट्रेन को पूर्णतया सुरक्षित कर दिया गया है। 
  • यदि स्टेशन सीमा के बाहर मेटेरियल ट्रेन को लोडिंग या अनलोडिंग या अन्य कारणवश स्टेबल किया जाए तो डिब्बो  के हैंड ब्रेक लगाने व पाॅइन्टो  को विपरीत दिशा मे  लगाने की जिम्मेदारी गार्ड की होगी। 
  • मेटेरियल ट्रेन के साथ रवाना होने से पूर्व गार्ड को पर्याप्त मात्रा मे  क्लैम्प, ताले एवं चैन इत्यादि स्टेशन मास्टर से लेने चाहिए व वापसी पर लौटा देने चाहिए। प्रत्येक गार्ड मुख्यालय स्टेशन पर चार क्लैम्प स्टेशन उपकरण के रूप मे  इस कार्य हेतु रखे जाते है ।

No comments:

Post a Comment

.